अरब सागर से उठे चक्रवात तूफान बिपरजॉय ने गुजरात के कई जिलों में तबाही मचा दी है। चक्रवात गुरुवार शाम को गुजरात में जखाऊ पोर्ट से टकराया था। इसके बाद राज्य में 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। राज्य में भारी बारिश भी जारी है। इसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। गुजरात के कच्छ जिले में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे टूटने से कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। समुद्र से लगे निचले इलाकों में पानी भरने से बाढ़ जैसी स्थिति हो गई। राज्य में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 2 लोगों की मौत की खबर है। जबकि 22 लोग घायल हो गए है।
बिपरजॉय का असर अभी कम नहीं हुआ है। चक्रवात के चलते पूरे गुजरात में 16-17 जून को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 16 जून को सौराष्ट्र, कच्छ, नॉर्थ गुजरात और दक्षिण राजस्थान में भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना है। जबकि 17 जून को दक्षिणपूर्ण राजस्तान औऱ उससे लगे हुए उत्तरी गुजरात में भारी से बेहद बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के कई इलाकों में 16 जून को 90-100 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
हालांकि, शाम तक इनकी रफ्तार कम होने की संभावना है। कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट और मोरबी में तेज हवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। 16 जून को भी बारिश और तूफान के चलते नुकसान की संभावना जताई गई है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सब अलर्ट पर हैं। गुजरात में एनडीआरएफ की 17 टीमें और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात हैं। वहीं, नौसेना के 4 जहाज अभी स्टैंडबाय में रखे हैं। तट के पास रहने वाले 74.000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान का असर है।