Covid 19 के दौरान बेहतरीन रिपोर्टिंग के लिए दिप्रिंट के दो पत्रकारों को मिला रामनाथ गोयनका अवार्ड

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के पहले चरण के दौरान बेहतर रिपोर्टिंग के लिए दिप्रिंट के दो युवा पत्रकारों को प्रतिष्ठित ‘रामनाथ गोयनका अवार्ड-2019’ से सम्मानित किया गया. दिप्रिंट की ज्योति यादव और बिस्मी तसकीन को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया. रामनाथ गोयनका अवार्ड के 16 वें संस्करण में 24 न्यूजरूम के 37 शक्तिशाली और प्रभावी रिपोर्टिंग को अवार्ड दिया गया.

दिप्रिंट की दोनों युवा पत्रकार- ज्योति यादव और बिस्मी तसकीन को कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों के पलायन और महामारी के दौरान लोगों को होने वाली समस्या, प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करने, के उत्कृष्ट कवरेज के लिए इस प्रतिष्ठित अवार्ड से सम्मानित किया गया. दोनों युवा पत्रकारों को हिंदी कैटेगरी में यह अवार्ड मिला है.

रामनाथ गोयनका पुरस्कारों के 16 वें संस्करण समारोह का आयोजन 22 मार्च, 2023 को दिल्ली के होटल आईटीसी मौर्या मे हुआ था.

भारत के मुख्य न्यायाधीश, डी वाई चंद्रचूड़ ने समारोह की अध्यक्षता की और वह मुख्य अतिथि भी थे. यह पुरस्कार, 2005 में श्री रामनाथ गोयनका के शताब्दी समारोह के एक भाग के रूप में शुरू किया गया था. इस पुरस्कार में प्रिंट, डिजिटल और ब्रॉडकास्ट मीडिया के उन पत्रकारों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने जोखिम भरी या कठिन परिस्थितियों में ब्रेकिंग न्यूज को कवर करते हुए साहस और ईमानदारी से अपने काम को किया हो.

कोरोना महामारी के दौरान चुनौतीपूर्ण रिपोर्टिंग

कोरोना महामारी और अचानक लगाए गए लॉकडाउन के कारण देश के कई हिस्सों में प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया. प्रवासी मजदूर हजारों किलोमीटर दूर अपने घर पैदल चल दिए. साथ ही अचानक से सबकुछ बंद हो जाने के कारण देश के मध्यम और गरीब वर्ग के लिए कई तरह की समस्या उत्पन्न हो गई. इस दौरान ज्योति और बिस्मी ने जमीन पर उतरकर कई स्टोरी रिपोर्ट की. इन्होंने लोगों की समस्या को रिपोर्ट किया और उसे सबके सामने लाया.

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