वो 3 कारण जिसकी वजह से कांग्रेस अडाणी के खिलाफ उसके अभियान ‘चौकीदार चोर है’ से बेहतर मानती है

नई दिल्ली: कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टी के सदस्यों ने बुधवार को संसद से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यालय तक अडाणी समूह और इसकी कथित धोखाधड़ी गतिविधियों के खिलाफ ‘शिकायत’ दर्ज कराने के लिए मार्च निकालने की मांग की.

बजट सत्र का दूसरा सत्र शुरू होने के बाद लगातार प्रदर्शन का यह तीसरा दिन था – जब पार्टी ने कथित ‘अडाणी -मोदी संबंध’ के खिलाफ पूरी ताकत झोंक दी थी.

दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस और कम से कम 16 अन्य दलों के सांसदों को संसद के एरिया से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी थी.

पिछले सत्र में, उद्योगपति गौतम अडाणी के खिलाफ कांग्रेस का हमला अमेरिका स्थित रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग के निष्कर्षों पर आधारित था. इस सत्र में, हालांकि, यह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अपने नेता राहुल गांधी से यूके में की गई “लोकतंत्र-में-खतरे” टिप्पणी के लिए माफी मांगने की कांग्रेस की प्रतिक्रिया के तौर पर भी देखा जा रहा है.

अडाणी पर कांग्रेस के निरंतर ध्यान ने कई लोगों से पूछा है कि क्या यह ‘चौकीदार चोर है’ और राफेल घोटाला जो 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए चुनावी रूप से विनाशकारी साबित हुआ.

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