लू, भारी बारिश या हर साल आने वाली उछाल, आखिर क्यों टमाटर की कीमतें आसमान छू रहीं

भारत की खुदरा मुद्रास्फीति मई में 25 महीने के निचले स्तर 4.25 प्रतिशत पर आ गई, जो उसके पिछले महीने में 4.7 प्रतिशत थी. खाद्य और पेय पदार्थों की मुद्रास्फीति अप्रैल में 4.16 प्रतिशत से घटकर मई में 3.29 प्रतिशत हो गई. अन्य व्यापक श्रेणियों में भी मई में मुद्रास्फीति में नरमी देखी गई. हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों में देश के विभिन्न हिस्सों में कुछ खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं.

हालांकि ये जून के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) डेटा में दिखाई देंगे, जो कि 12 जुलाई को जारी किया जाएगा, खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि के ड्राइवर्स के कुछ शुरुआती संकेत प्राप्त करने के लिए हाई फ्रीक्वेंसी डेटा को देखना उपयोगी होगा.

डेली रिटेल फूड प्राइस

भारत में कुल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में भोजन का हिस्सा लगभग 39 प्रतिशत है. सीपीआई में खाद्य समूह छह उप-समूहों में फैली 114 वस्तुओं को शामिल करता है.

उपभोक्ता मामले विभाग में प्राइस मॉनीटरिंग डिवीज़न (पीएमडी) 22 आवश्यक वस्तुओं की खुदरा और थोक कीमतों और स्पॉट व भविष्य की कीमतों की दैनिक आधार पर निगरानी करता है. यह डेटा देश भर में फैले 115 बाज़ार केंद्रों से एकत्र किया गया है.

हम “चाय” को विश्लेषण से बाहर रखते हैं क्योंकि फोकस ‘फूड’ ग्रुप पर है. इससे हमें 21 वस्तुओं का एक सेट मिलता है. ये 21 वस्तुएं कुल सीपीआई का लगभग 23 प्रतिशत और सीपीआई-खाद्य का लगभग 58 प्रतिशत हैं.

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