लखनऊ विश्वविद्यालय के परास्नातक कार्यक्रम ‘अपराधशास्त्र एवं अपराधिक न्याय प्रशासन’ (Criminology and Criminal Justice Administration) में अपने करियर की शुरुआत करें

लखनऊ विश्वविद्यालय के परास्नातक कार्यक्रम ‘अपराधशास्त्र एवं अपराधिक न्याय प्रशासन’ (Criminology and Criminal Justice Administration)  में अपने करियर की शुरुआत करें
लखनऊ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) अपने  कई विश्वस्तरीय स्नातक एवं  परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए जाना जाता है इसमें से एक प्रमुख  परास्नातक  पाठ्यक्रम  ‘‘अपराधशास्त्र एवं अपराधिक न्याय प्रशासन’’ (Criminology and Criminal Justice Administration)  है।

लखनऊ विश्वविद्यालय इस कार्यक्रम को प्रारंभ करने वाले पहले संस्थानों में से एक था । यह पाठ्यक्रम अपराध विज्ञान एवं सुधारात्मक न्याय प्रशासन के क्षेत्र में विशेषज्ञों का प्रशिक्षण प्रदान करता है। इस पाठ्यक्रम का प्रारंभ सन् 1994 में समाजकार्य विभाग के पूर्व प्रोफेसर श्री एस0पी0 श्रीवास्तव (Prof. S P Srivastava) जी ने किया था, जो भारत में अपराध विज्ञान और सुधारात्मक पृष्ठभूमि के क्षेत्र में एक प्रख्यात विचारक थे ।

लखनऊ विश्वविद्यालय अपने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम अपराध शास्त्र एवं अपराधिक न्याय प्रशासन के अंतर्गत छात्रों को स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है। वर्तमान  समय में, गुजरात, राजस्थान और झारखंड द्वारा राज्य स्तर पर पुलिस एवं अपराधशास्त्र विश्वविद्यालय संचालित किए जा रहे हैं है। इन तीन राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों में से एक, रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय गुजरात में स्थित है। यह विश्वविद्यालय हमारे देश के यश्वस्वी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मैलिक विचारधारा है, और यह देश का पहला पुलिस और अपराध विज्ञान उन्मुख विश्वविद्यालय है।
लखनऊ विश्वविद्यालय अपने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम अपराधशास्त्र और आपराधिक न्याय प्रशासन के अंतर्गत छात्रों को पर्याप्त शैक्षणिक व्यवहारिक अध्ययन के अवसर और अनुभव प्रदान करता है। प्रतिदिन, छात्र योग्य एवं अनुभवी प्रोफेसरों द्वारा संचालित की जाने वाले कक्षाओं में भाग लेते हैं एवं नियमित रूप से क्षेत्र अध्ययन के लिए जाते हैं, जो व्यावहारिक ज्ञान और उनके संवादात्मक कौशल के विकास के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, छात्रों केा सामुदायिक प्रयोगशालाओं की उपलब्धता भी प्रदान की जाती है, समस्त छात्र विभिन्न विश्वविद्यालय सम्मेलनों में भाग लेते हैं और अपने ज्ञान एवं अनुभव के निरन्तर निर्माण के लिए विशेषज्ञों के साथ प्रश्नोत्तर सत्र में शामिल होते हैं। छात्रों द्वारा मास्टर्स प्रोग्राम पूरा करने के बाद अपना भविष्य सुरक्षित करने हेतु इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर भी प्रचुर मात्रा में प्रदान किए जाते हैं।
विभागाध्यक्ष प्रो0 अनूप कुमार भारतीय (Prof. Anoop Kumar Bhartiya) ने बताया कि “केंद्रीय पुलिस विश्वविद्यालय, रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय और इसी प्रकार के कई अन्य विश्वविद्यालयों की स्थापना के कारण अपराधशास्त्र के क्षेत्र में अवसरों और संभावनाओं का दायरा पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है।

प्रवेश हेतु व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें: https://chat.whatsapp.com/Hlu2L0HvWzN7ggFKsV8mAd
प्रवेश हेतु प्रथम चरण: https://lurn.lkouniv.ac.in/app/
प्रवेश हेतु द्वितीय चरण: https://apps.lkouniv.ac.in/lu23pg/PGProgramme.aspx

 

विषय के दायरे के बारे में पूछे जाने पर, अपराधशास्त्र के सहायक प्रोफेसर डॉ0 ओमेंद्र कुमार यादव (Dr. Omendra Kumar Yadav)  ने बताया की, ‘‘अपराधशास्त्र के अंतर्गत  अपराधों  के कारण, नीति,  और निवारण का अध्ययन किया जाता है। अपराधशास्त्र एक अंतर्विषयक क्षेत्र है जिसमें कानून, मनोविज्ञान और समाजशास्त्र  प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इस क्षेत्र में शिक्षकों और अपराध शास्त्रियों की मांग में तीव्र वृद्धि देखी जा रही है । यह उपाधि राज्य पुलिस, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोगों के साथ काम करने से लेकर मानवाधिकारों, पीड़ितों तथा न्याय पर कार्य करने वाली एनजीओ और किशोर सुधार केंद्रों के साथ काम करने का अवसर प्रदान करने के साथ ही अपराधशास्त्र और आपराधिक न्याय प्रशासन में कई करियर,  व्यवसाय व रोजगार के रास्ते खोल सकती है। अतुल्य भविष्य के अवसरों के साथ-साथ, अपराधशास्त्र भारत और विदेशों में एक उभरता हुआ करियर व्यवसाय व रोजगार है।
अपराधशास्त्र और आपराधिक न्याय प्रशासन भारत में उभरता हुआ एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिसने पिछले कुछ वर्षों में अत्यधिक लोकप्रियता हासिल की है। इन क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करने वाले नए विश्वविद्यालयों और संस्थानों की स्थापना के साथ ही योग्य विशेषज्ञो एवं शिक्षको की मांग भी बढ़ी है।
डॉ ओमेंद्र कुमार यादव ने आगे कहा कि ‘‘लखनऊ विश्वविद्यालय अपराधशास्त्र और आपराधिक न्याय प्रशासन में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने में सदैव अग्रणी रहा है। इस क्षेत्र में परास्नातक कार्यक्रम को देश में सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रमों में से एक माना जाता है, जो छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त करने के पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत  छात्रों को अपराध के कानूनी, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं सहित आपराधिक न्याय प्रणाली की व्यापक समझ प्रदान करने के लिए विशेष प्रारुप तैयार किया गया है।
भारत सरकार ने हर राज्य में अपराधशास्त्र और फोरेंसिक विश्वविद्यालय स्थापित करना अनिवार्य कर दिया है और कई राज्य पहले ही इन विश्वविद्यालयों की स्थापना कर चुके हैं। यह विश्वविद्यालय राज्य में अपराध विज्ञान कार्यक्रमों को चलाने वाले कॉलेजों को संबद्धता भी प्रदान करेंगे । लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले अपराधशास्त्र और आपराधिक न्याय प्रशासन में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के छात्रों को पर्याप्त शैक्षणिक और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। पाठ्यक्रम को नियमित क्षेत्र कार्य और सामुदायिक प्रयोगशालाओं तक पहुंच के साथ व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने और परस्पर संवादात्मक कौशल विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। इन क्षेत्रों में योग्य पेशेवरों की बढ़ती मांग के साथ ही अपराधशास्त्री और शिक्षकों के लिए अत्यधिक उपलब्ध अवसर भी बढ़ रहे हैं।
अपराधशास्त्र और आपराधिक न्याय प्रशासन विषय भारत में उभरता हुआ महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जो व्यवसाय व रोजगार के अत्यधिक अवसर और संभावनाएं प्रदान कर रहा हैं। नए विश्वविद्यालयों और संस्थानों की स्थापना ने इन क्षेत्रों में योग्य अपराधशास्त्री और शिक्षकों की मांग को और बढ़ा दिया है। लखनऊ विश्वविद्यालय और इसी तरह के अन्य संस्थान, छात्रों को अपराधशास्त्र में  उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, जो छात्रों को सफल व्यवसाय व रोजगार के लिए तैयार कर रहे हैं।

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