मणिपुर की ताजा हिंसा के बाद बिष्णुपुर की महिलाओं ने सुरक्षा बलों का रास्ता रोका, बोलीं- मूक दर्शक है RAF

बिष्णुपुर: मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा क्षेत्र में मैतेई गांवों की सैकड़ों महिलाओं ने बुधवार को केंद्रीय सशस्त्र बलों की गांवों में एंट्री को रोक दिया. जहां सुबह भड़की हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया.

लाठी और गुलेल से लैस, महिलाएं, पारंपरिक पोशाक पहने और तख्तियां लिए हुए, वर्दी में पुरुषों पर चिल्लाईं, उनसे वापस जाने को भी कहा .

एक रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) का कर्मी जो महिलाओं से बातचीत करने की कोशिश कर रहा था ने कहा, “हम चले जाएंगे, फिर क्या होगा? क्या चीजें वापस सामान्य हो जाएंगी?”

इसपर एक महिला ने कहा, “आपने हमारा भरोसा तोड़ा. हमने आपको अपनी सुरक्षा के लिए गांवों में अंदर जाने दिया था, ”जिस पर जवान ने जवाब दिया:“ हमें एक और मौका दें. हम आपके लिए ही आए हैं.”

लेकिन महिलाएं टस से मस नहीं हुईं. जैसे ही बूंदाबांदी शुरू हुई, उन्होंने अपने छाते खोल लिए और किसी भी वाहन को गुजरने नहीं देने का संकल्प लेकर सड़क पर बैठ गईं.

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