मासिक धर्म एक ऐसी प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर महिला के जीवन और शरीर के लिए महत्वपूर्ण है। जब किसी महिला को समय-समय पर पीरियड्स आते हैं तो वह शारीरिक रूप से स्वस्थ मानी जाती है। इसलिए हर महिला को नियमित मासिक धर्म की जरूरत होती है। पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स, जलन, ऐंठन, ब्रेस्ट में सूजन, सिरदर्द, कमर दर्द और पेट फूलने जैसी समस्याएं होना आम बात है। ऐसे में जब कोई फंक्शन या त्यौहार हो तो पीरियड्स का आना तकलीफदेह हो जाता है। ऐसे में कई महिलाएं पीरियड्स से बचने के लिए दवाइयां भी लेती हैं, लेकिन इनका ज्यादा सेवन उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों की जानकारी देने जा रहे हैं, जिनकी मदद से बिना दवाओं के भी पीरियड्स को टाला जा सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
नींबू
खट्टे फल विटामिन सी की कमी को पूरा करते हैं। पीरियड्स से बचने के लिए आप नींबू का सेवन कर सकते हैं। नींबू रक्त प्रवाह को नियंत्रित या बंद करने में मदद करता है। नींबू मासिक धर्म से संबंधित जटिलताओं को भी कम कर सकता है। इसके लिए गुनगुने पानी में दो या तीन चम्मच नींबू का रस मिलाकर पिएं। पीरियड्स कुछ दिनों के लिए लेट हो सकते हैं।
सेब का सिरका
सेब के सिरके का सेवन करने से पीरियड्स में देरी होती है। कुछ शोधों के अनुसार इसमें ढेर सारे एसिड होते हैं जो आपके पीरियड्स को 10 से 12 दिनों तक लेट कर सकते हैं। हालांकि, यह चिकित्सा विज्ञान द्वारा प्रमाणित नहीं है। ड्यू डेट से करीब 10 से 12 दिन पहले अगर आप 2 से 3 बार गर्म पानी के साथ इसका सेवन करती हैं तो आप पीरियड को डिले कर सकती हैं। यहां तक कि अगर यह पीरियड्स में देरी नहीं करता है, तो यह प्रवाह और ऐंठन को कम करने में मदद करता है।
रास्पबेरी के पत्ते
मासिक धर्म की तारीख को आगे बढ़ाने में रास्पबेरी के पत्ते भी मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप रसभरी के 5-6 सूखे पत्ते लें। इन पत्तों को एक कप पानी में उबालकर पिएं। इस चाय को पीरियड डेट के एक हफ्ते पहले से पीना शुरू कर दें। इससे आपको भरपूर लाभ मिलेगा। रसभरी की पत्ती वाली चाय पीने से गर्भाशय को आराम मिलता है और ऐंठन कम होती है।