नई दिल्ली: up news: उत्तर प्रदेश के उन्नाव (unnao viral photo) जिले में एक चौंकाने वाली घटना समाचारों का विषय बन रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक फोटो में दो बच्चे एक बिस्तर पर बैठे हुए दिख रहे हैं, जबकि उनके पास लाखों की नोटों की (unnao sho children with rupees) 27 गड्डियाँ हैं। इस रूपये की राशि को करीब 14 लाख रुपये के बराबर बताया जा रहा है। यह फोटो वायरल होने के बाद मामला उन्नाव पुलिस के दफ्तरों में उग्र हलचल मचा दिया है।
फोटो के बारे में पुलिसीय कार्रवाई की शुरुआत
उन्नाव जिले के सुर्खियों में उठी वायरल फोटो के मामले में उन्नाव एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने तत्परता से कार्रवाई की है। उन्होंने थानेदार को तुरंत लाइन हाजिर करवाकर मामले की जांच का आदेश दिया है।
इस मामले में उन्नाव के बेहटा मुजावर थाना के प्रभारी रमेशचंद्र साहनी के बच्चों की हो सकती हैं फोटो। जांच पूर्णतया खुदरा हो रही है और रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई तय की जाएगी।
आपत्तिजनक फोटो ने सोशल मीडिया पर उठाए सवाल
यह वायरल फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है और लोगों के बीच उदासी और आपत्ति का कारण बन गई है। बच्चों के पास इतनी बड़ी राशि के नोटों की गड्डियाँ होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस फोटो के बारे में लोगों की राय विभाजित है। कुछ लोग इसे अपराध मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे एक सामाजिक संदेश की तरह देख रहे हैं।
मामले की जांच के लिए कराई गई गंभीर कार्रवाई
उन्नाव पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए गंभीर कार्रवाई की है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने तत्परता से इस मामले को लिया है और थानेदार को जांच करने के लिए लाइन हाजिर करवाया है। सीओ बांगरमऊ पंकज सिंह भी जांच में संलंघ्य कर रहे हैं और रिपोर्ट जल्द ही आने की उम्मीद है।
सोशल मीडिया पर उठ रहे रेगिस्तान
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के बीच विवाद बढ़ गया है। बहुत से लोग इस फोटो को अपराधिक कार्य के रूप में देख रहे हैं और न्यायाधीशों को इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इसे एक सामाजिक संदेश की तरह स्वीकार रहे हैं और इसे एक आम व्यक्ति की गरीबी और मजबूरी का प्रतीक मान रहे हैं।
आगे की कार्रवाई का इंतजार
इस मामले में उन्नाव पुलिस की गंभीरता और कार्रवाई दिखाती है कि वे इस मामले को सीरियसली ले रही हैं। जब तक जांच की रिपोर्ट आने नहीं जाती, हमें इस मामले के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त नहीं होगी। हमें उम्मीद है कि पुलिस की कार्रवाई न्यायाधीशों द्वारा ध्यान से देखी जाएगी और जल्द ही इस मामले का निर्णय आएगा।
इस घटना से सामाजिक और न्यायिक संरचना में गहरा खंडन हो रहा है। आपत्तिजनक फोटो के पीछे की कहानी और सच्चाई की जांच अब मामले के विचाराधीन होने की जरूरत है।