गुजरात के जूनागढ में एक छार्मिक स्थल को नोटिस दिए जाने के कारण लोगों की आस्था को ठेस पहुंची। लोगों ने इस बात को लेकर जमकर बवाल किया। दरअसल, भीड़ ने पुलिस चौकी में तोड़-फोड़ मचा दी तथा वाहनों में भी आग लगाई।
आपको बता दे कि जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचोबीच एक दरगाह बनी है। दरगाह अवैध है साथ ही वहां अवैध ढंग से काम चल रहा था। जिसको लेकर महानगर पालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी की थी। नोटिस में लिखा हुआ था कि यह धार्मिक स्थल अवैध रूप से बनाया गया है। पांच दिनों के अंदर ये धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किए जाए वरना ये धार्मिक स्थल तोड़ा जाएगा और इसका खर्च आपको देना होगा। जिसके बाद धार्मिक स्थल (दरगाह) के डिमोलेशन का नोटिस लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे। दरअसल इस नोटिस को पढ़ते ही लोग हिंसक हो गए। उन्होंने शाम 7 बजे से ही मजेवड़ी चौक स्थित पुलिस चौकी पर हमला बोल दिया। उपद्रवी 200 से 300 लोगों की भीड़ में थे। भीड़ ने पुलिस चौकी में खूब तोड़-फोड़ मचाई तथा वाहनों में भी आग लगाई। उन्होंने पालिका के अधिकारियों पर भी जमकर पत्थरबाजी की।
हमले में एक डिप्टी एसपी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और पुलिस पूरे शहर में चप्पे-चप्पे की जांच कर रही है।
जूनागढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा नोटिस में जो बातें कहीं गई उसमें कहा गया, ‘आपको एतद्द्वारा सूचित किया जाता है कि सतर्कता के तहत माननीय सर्वोच्च न्ययालय के आदेशानुसार कोई धार्मिक दबाव ना डाला जाए और जूनागढ़ नगर निगम सीमा के भीतर सार्वजनिक स्थल पर अवैध रूप से धार्मिक दबाव डाला गया है। जिसके संबंध में आपको सूचित किया जाता है कि आधिकारिक आधार प्रमाण/स्वामित्व प्रमाण यहां दिनांक-5 पर प्रस्तुत करें।’
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