जमीन पर कोई सैनिक नहीं, यूक्रेन को US सैन्य सहायता वियतनाम युद्ध की तुलना में ज्यादा : जर्मन अध्ययन

नई दिल्ली : पूर्ण पैमाने पर रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के सिर्फ एक साल के अंदर और जमीन पर अपने सैनिक उतारे बिना अमेरिका ने यूक्रेन में अभी तक जितनी भी सैन्य सहायता खर्च की है वह 1965-75 युद्ध के दौरान वियतनाम में औसतन एक साल में खर्च की गई राशि से आधे से ज्यादा है. यह जानकारी जर्मनी-आधारित कील इंस्टीट्यूट फॉर द वर्ल्ड इकोनॉमी (आईएफडब्ल्यू) के एक अध्ययन से निकल कर सामने आई है.

आईएफडब्ल्यू एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संगठन है जिसे 1914 में स्थापित किया गया था. यह संस्था वैश्विक आर्थिक गतिविधि के कारकों और प्रभाव पर शोध करता है.

आईएफडब्ल्यू के यूक्रेन सपोर्ट ट्रैकर के हिस्से के रूप में पिछले महीने जारी किए गए इस अध्ययन में 24 जनवरी, 2022 (रूस और यूक्रेन के बीच राजनयिक संबंधों की समाप्ति) से लेकर 15 जनवरी, 2023 तक पूरे एक साल के दौरान यूक्रेन को दी गई सैन्य सहायता पर जानकारी जुटाई गई थी. रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू कर दिया था.

अध्ययन से पता चला है कि मुद्रास्फीति से जूझते हुए भी अमेरिका ने यूक्रेन पर 44.34 बिलियन यूरो (लगभग 47 बिलियन डॉलर) खर्च किए है, जबकि वियतनाम युद्ध के दौरान उसका औसतन वार्षिक सैन्य व्यय 86.55 बिलियन यूरो (लगभग 92 बिलियन डॉलर) था.

अध्ययन के मुताबिक, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के प्रतिशत के संदर्भ में देखें तो यूक्रेन को दी जा रही अमेरिकी सैन्य सहायता वियतनाम में अपने खर्च के एक चौथाई हिस्से तक पहुंच गई है.

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