Tips to Make Scalp Non-Sticky: गर्मियों में धूल-मिट्टी और पसीने की वजह से कई बार स्कैल्प ऑयली होने लगती है, जिससे फंगल इंफेक्शन, खुजली, डैंड्रफ और बाल झड़ने जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में आप चाहें तो कुछ आसान घरेलू चीजों की मदद से इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
एप्सम सॉल्ट: एप्सम सॉल्ट स्कैल्प को स्वस्थ रखने में काफी मदद कर सकता है। एप्सम सॉल्ट में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो सेबम के उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प स्वस्थ रहती है और सिर में खुजली और डैंड्रफ जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती है।
वर्जिन कोकोनट ऑयल: स्कैल्प की देखभाल के लिए आप वर्जिन कोकोनट ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे लगाने से बालों में सीबम का उत्पादन कम हो जाता है और इससे चिपचिपाहट भी नहीं होती है। इसके इस्तेमाल से बालों की चमक बरकरार रहती है और बाल रेशमी-चमकदार हो जाते हैं।
टी ट्री ऑयल: स्कैल्प की देखभाल के लिए आप एंटी-बैक्टीरियल तत्वों से भरपूर टी ट्री ऑयल की भी मदद ले सकते हैं. टी ट्री ऑयल स्कैल्प में मौजूद अतिरिक्त तेल को सोखने में मदद करता है। इससे स्कैल्प नॉन स्टिकी होने के साथ-साथ डैंड्रफ फ्री भी रहता है। इतना ही नहीं टी ट्री ऑयल की मदद से गर्मियों में स्कैल्प और बालों से आने वाली दुर्गंध भी दूर हो जाती है।
एलोवेरा जेल: स्कैल्प को नॉन स्टिकी और फंगल फ्री बनाने के लिए आप एलोवेरा जेल और नींबू के रस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो एंटी-बैक्टीरियल तत्वों से भरपूर होते हैं। यह बालों को पोषण देने के साथ-साथ सीबम के उत्पादन को भी नियंत्रित करता है। साथ ही यह खुजली और डैंड्रफ जैसी समस्याओं को दूर करने में भी अच्छी भूमिका निभाता है।
शहद-नींबू बालों को चिपचिपाहट से बचाने और स्कैल्प को हाइड्रेटेड रखने में भी शहद और नींबू अच्छी भूमिका निभाते हैं। यह बालों को नमीयुक्त रखता है और स्कैल्प के तेल को संतुलित करने में मदद करता है। इसके इस्तेमाल से बालों को पोषण मिलता है और बाल स्वस्थ भी बनते हैं। इससे उनका टूटना और गिरना भी कम हो गया।
नीम: औषधीय तत्वों से भरपूर नीम स्कैल्प और बालों दोनों के लिए सबसे अच्छा डिटॉक्सिफाइंग एजेंट के रूप में काम करता है। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प का अतिरिक्त तेल कम हो जाता है। नीम में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तत्व स्कैल्प को बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाने में भी मददगार होते हैं। इससे स्कैल्प स्वस्थ रहता है और बाल मजबूत बनते हैं।