गर्भावस्था में रखा जाता है पूरे 9 दिनों का व्रत! तो जानिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए?

गर्भवती महिलाओं के लिए नवरात्रि व्रत नियम: नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि का आज तीसरा दिन है। 9 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में हिंदू समुदाय के सभी लोग व्रत रखते हैं। वैसे तो उपवास के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। लेकिन गर्भवती महिलाओं को हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि नौ दिन के व्रत से परहेज करें क्योंकि इससे होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हालांकि, ये जानते हुए भी कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखती हैं। अगर आप ऐसा कोई व्रत रखना चाहते हैं तो पहले डॉक्टर से सलाह लें। क्‍योंकि एक छोटी सी गलती भी आपकी प्रेग्‍नेंसी को मुश्किल बना सकती है।

अगर आप गर्भवती हैं और आपने 9 दिन का व्रत रखा है तो यहां हम आपको व्रत के कुछ नुस्खे बताने जा रहे हैं, जिनका पालन आपको पूरे नौ दिन करना है। ऐसा करने से आप अपना व्रत पूरा कर पाएंगी और संतान के स्वास्थ्य पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

क्या किया जाए?
1. हर दो घंटे के बाद व्रत से संबंधित भोजन करें। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का संतुलन बनाए रखें।

2. खुद को हाइड्रेटेड रखें। नारियल पानी पिएं।

3. साबुत अनाज आपको ऊर्जा और फाइबर प्रदान करेगा। इसलिए अपने व्रत के आहार में ऐसे अनाज, साबूदाना, बाजरा और रागी को शामिल करें।

4. अपने आहार में फल, सलाद, दूध और सूखे मेवे शामिल करें। आप दिन की शुरुआत इन फलों से कर सकते हैं।

5. पके हुए चिप्स या मेवे जैसे बादाम, किशमिश और अखरोट का मिश्रण खाएं।

6. उपवास के दौरान स्किम्ड, डबल टोंड दूध पिएं। यह आपको सक्रिय रखने में मदद करेगा।

 

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नहीं चाहिए?
1. गर्भवती महिलाओं को ज्यादा देर तक भूखा नहीं रहना चाहिए। व्रत के दौरान इन्हें व्रत से जुड़ी चीजों का सेवन करना चाहिए। क्‍योंकि ज्‍यादा देर तक भूखे रहने से आपके बच्‍चे की ग्रोथ पर असर पड़ सकता है।

2. आलू के चिप्स जैसे अस्वास्थ्यकर स्नैकिंग से बचें। क्‍योंकि यह नमक से भरपूर होता है, जो आपके और आपके होने वाले बच्‍चे के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा नहीं होता है।

 

3. कद्दू की कैंडी खाने से बचें। क्‍योंकि इसमें शुगर की मात्रा ज्‍यादा होती है।

4. पूड़ी और तली हुई चीजें खाने से परहेज करें। इसकी जगह भुने हुए मखाने खाएं। क्‍योंकि ये एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर होते हैं।

5. फुल क्रीम दूध से परहेज करें। क्‍योंकि इससे आप सुस्त महसूस कर सकते हैं।

6. मधुमेह, एनीमिया और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों वाली महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उपवास से बचना चाहिए।

यदि गर्भावस्था के दौरान महिलाएं नवरात्रि व्रत रखने का निर्णय लेती हैं, तो उन्हें अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य के प्रति बहुत सावधान रहने की आवश्यकता होती है। क्‍योंकि इस दौरान सिर्फ मां को ही नहीं बच्‍चे को भी बहुत सारे पोषक तत्‍वों की जरूरत होती है।

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