Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां पुलिस थाने में भैंसों को पानी पिलाने के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। एक पुलिसकर्मी रोजाना थाने परिसर में रखी गई भैंसों को पानी पिलाता है। दरअसल, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के पोंडी थाना के नागपुर हाइवे पुलिस चौकी में भैंसों को बांधकर रखा गया है। जानकारी के अनुसार, 5 दिन पहले अवैध तरीके से पशु तस्करों इन पैसों की तस्करी करने के लिए बूचड़खाने लेकर जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक वाहन को जब्त किया और 5 भैंसों को मुक्त कराया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है।
पुलिस के लिए मुसीबत बनी भैंस
पुलिस ने भैंसों को तस्करों के पास से मुक्त को करा दिया लेकिन अब ये पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई हैं। वैसे भी नए जिले के सभी थाना और चौकी में पुलिस बल की कमी है। इसके बाद भी एक पुलिस के जवान की ड्यूटी भैंस की देख-रेख में लगाई गई है। ये पुलिसकर्मी भैंसों की देखरेख कर उन्हें पानी पिलाता है।
चारा की भी करता है व्यवस्था
भैंसों की सेवा के लिए अलग से एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस का एक जवान डिब्बों में पानी भरकर भैंसों को पिलाता है। पुलिसकर्मी भैंसों के लिए चारा की भी व्यवस्था करता है। जिले के एडिशनल एसपी निमेष बरैया ने बताया कि अभी सभी भैंसों को चौकी में ही रखा गया है।
मालिकों की हो रही है खोजबीन
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भैंस के मालिकों की खोजबीन की जा रही है। जैसे ही जानकारी मिलेगी उनको सुपुर्द किया जाएगा। जब तक भैंसों के मालिक नहीं मिलते हैं तब तक के लिए भैंसों को पुलिस चौकी में रखा गया है।
गौठान में छोड़ी जाएंगी भैंस
एडिशनल एसपी निमेष बरैया ने बताया कि पुलिस की टीम भैंसों के मालिक की पतासाजी कर रही है। अगर इन भैसों के मालिक नहीं मिले तो भैसों को सरपंच को सुपुर्द कर गांव के गौठान में छोड़ा जाएगा। जहां उनकी देखभाल गौठान में की जाएगी। सभी भैंसों की कीमत करीब 1 लाख रुपए बताई जा रही है।
ऐसे तस्करों के कब्जे से पुलिस के कब्जे में आई
नागपुर चौकी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की कुछ लोग एक गाड़ी में भैंस को भरकर कहीं ले जाने की फिराक में हैं। जिसकी सूचना पर पुलिस ने टीम बनाकर ग्राम सरभोका तिराहे के पास एक वाहन को जब्त किया। वाहन में लोड मवेशियों के खरीद और बिक्री के कोई कागजात नहीं थे। ड्राइवर के पास परिवहन संबंधित किसी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं होना बताएं। जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर हिरासत में लिया गया।
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