यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही इस परीक्षा में सफल हो पाते हैं। इस परीक्षा को क्रैक करने वाले उम्मीदवारों की कहानी एक मिसाल के तौर पर याद की जाती है। ऐसी ही कहानी आईआरएस ऑफिसर देवयानी सिंह की है। यूपीएससी परीक्षा में 11वीं रैंक हासिल करने वाली दिव्यानी किसी मॉडल से कम नहीं हैं। सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। आइए एक नजर डालते हैं उसकी कहानी पर।
देवयानी की शुरुआती पढ़ाई चंडीगढ़ में हुई। 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद देवयानी ने उच्च अध्ययन के लिए वर्ष 2014 में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा परिसर में दाखिला लिया। यहां से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में ग्रेजुएशन पूरा किया।
ग्रेजुएशन के बाद देवयानी ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। हालांकि शुरुआत में उन्हें असफलताओं का सामना करना पड़ा। पहले दो प्रयासों में वह प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाई थी। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कोशिश करती रहीं।
साल 2017 में तीसरे प्रयास में देवयानी को पहली बार सफलता मिली और वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंचीं. लेकिन अंतिम सूची में चयन नहीं हुआ। साल 2018 में उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और 222वीं रैंक हासिल की। इसके बाद उन्हें सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में नौकरी मिल गई।
नौकरी के साथ ही देवयानी ने परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। परीक्षा की तैयारी के लिए वीकेंड पर पढ़ाई करते थे। साल 2019 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए। इस साल उन्हें ऑल ओवर इंडिया में 11वीं रैंक मिली। अंतिम चयन के बाद उन्हें आईआरएस अधिकारियों का कैडर मिला।