तनाव के दुष्प्रभाव: लोगों के दैनिक आहार में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं। लोग इन खाद्य पदार्थों से प्रोटीन, विटामिन और अन्य पोषक तत्व लेते हैं। डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लोगों को पौष्टिक खाना ही खाना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जो भोजन ले रहे हैं वह सुबह, दोपहर और शाम का है। क्या वह सब फायदा करता है? डॉ. संजीव अग्रवाल ने बताया कि वह खाने में जो कुछ भी ले रहे हैं। जरूरी नहीं कि हर चीज से आपको फायदा हो। खाने में कई तत्व भी शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। वहीं, कुछ ऐसे फूड्स भी हैं, जो तनाव के स्तर को बढ़ाते हैं। इनका सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए। ऐसे फूड्स के बारे में जानना जरूरी है।
मीठा खाना बढ़ा सकता है तनाव
इनमें चीनी या अन्य मीठे पदार्थ, ग्लूकोज, सुक्रोज फ्रुक्टोज पाए जाते हैं। ये सभी शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाने का काम करते हैं। ब्लड शुगर लेवल में अत्यधिक कमी या कभी-कभी अत्यधिक वृद्धि सीधे मस्तिष्क को प्रभावित करती है। इससे तनाव बढ़ता है।
कैफीन का ज्यादा इस्तेमाल
आजकल लोग हार्ड ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। कई ऐसे एनर्जी ड्रिंक्स हैं, जिनमें कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। यह ब्लड प्रेशर बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा लोग अन्य तरीकों से भी कैफीन का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इसका नुकसान यह है कि यह चिंता बढ़ाने का काम करता है। इससे तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है। इसका असर दिमाग और दिल पर देखने को मिलता है।
रिफाइंड कार्ब्स का इस्तेमाल
लोग रिफाइंड कार्ब्स यानी व्हाइट ब्रेड जैसे फूड्स का ज्यादा सेवन करते हैं। इससे शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है। यह तनाव पैदा करने का काम करता है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर खाना
शुगर के मरीजों को देखते हुए आजकल आर्टिफिशियल स्वीटनर की डिमांड काफी बढ़ गई है। यह शुगर शरीर में इंसुलिन लेवल को प्रभावित नहीं करती है। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की चीनी के अधिक सेवन से शरीर में सूजन आ सकती है। चिंता और तनाव संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
हाई फैट डाइट
आज की लाइफस्टाइल में लोग तला-भुना खाना पसंद करते हैं। ज्यादा ऑयली फूड खाने में ट्रांस फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है। यह शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करता है। इससे सूजन की समस्या हो सकती है। ऐसे में स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता है।