‘एलियन’ के होने के और अधिक प्रमाण- जापान के अंतरिक्ष यान ने एस्टरॉयड रयुगु पर RNA बेस खोजा

बेंगलुरु : ऐसा माना जाता है कि धूमकेतु और क्षुद्रग्रहों (एस्टरॉयड) पर लाखों साल पहले पृथ्वी पर जीवन के निर्माण खंड मौजूद हैं. इस परिकल्पना को हाल ही में हुई एक खोज से मजबूती मिली है. वैज्ञानिकों की एक टीम ने पृथ्वी के नजदीक के एस्टरॉयड रयुगु से एकत्र किए गए नमूनों में आरएनए बनाने के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी घटक अमीनो एसिड की उपस्थिति की खोज की है. इस तरह के बढ़ते सबूत बता रहे हैं कि पृथ्वी पर जीवन के लिए सामग्री बाहरी अंतरिक्ष से आई हो सकती है.

हायाबुसा-2 नामक एक जापानी नेतृत्व वाले अंतरिक्ष मिशन द्वारा एकत्र किए गए क्षुद्रग्रह के नमूनों ने राइबोन्यूक्लिक एसिड (आरएनए) के चार न्यूक्लियोबेस में से एक ‘यूरैसिल’ सहित विभिन्न कार्बनिक अणुओं की उपस्थिति को सामने लाया है. आरएनए एक मोलेक्यूल (अणु) है जो सभी जीवित कोशिकाओं में मौजूद होता है और डीएनए में निर्देशों को प्रोटीन में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

21 मार्च को नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित एक पेपर ‘यूरेसिल इन द कार्बोनेक्स एस्टेरॉयड (162173) रायुगु’ में ताजा निष्कर्षों के बारे में विस्तार से बताया गया है.

पिछले महीने इस कार्बन युक्त क्षुद्रग्रह से वापस लाए गए नमूनों का प्रारंभिक विश्लेषण साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ था. वैज्ञानिकों ने 15 अमीनो एसिड – प्रोटीन के निर्माण खंड- सहित कई कार्बनिक मॉलिक्यूल को खोजने की जानकारी दी थी. लेखकों ने विचार करते हुए कहा कि ये यौगिक सतह की बर्फ की सूर्य के प्रकाश से प्रतिक्रिया के बाद एस्टरॉयड पर बने होंगे.

‘सोल्युबल ऑर्गेनिक मोलेक्युल्स इन सैंपल ऑफ दि कार्बोनेक्स एस्टरॉयड (162173) रायुगु’ नामक फरवरी के पेपर में बताया गया, ‘ये मोलेक्युल्स एस्टरॉयड की सतहों पर जीवित रह सकते हैं और पूरे सौर मंडल में ले जाए जा सकते है.’

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