दुनिया भर में लाखों लोग कमजोरी या ताकतवर बनने के लिए विटामिन की गोलियां खाते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। पोषक तत्वों की खुराक का मनमाना उपयोग स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। बहुत से लोग मल्टीविटामिन, विटामिन बी, के, डी, बी 12, बायोटिन, जिंक, मैग्नीशियम और आयरन सप्लीमेंट लेते हैं, यह विश्वास करते हुए कि वे अपने शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करेंगे और अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को भी हल करेंगे। लेकिन क्या सप्लीमेंट्स का ओवरडोज लेना सेहत के लिए हानिकारक नहीं है? आइए इस लेख में जानें कि विटामिन सप्लीमेंट लेना आपके लिए फायदेमंद और हानिकारक क्या है।
आपके लिए कितने विटामिन सप्लीमेंट सही हैं?
यदि मल्टीविटामिन की पोषण संबंधी सामग्री की निगरानी नहीं की जाती है तो अधिक मात्रा में विषाक्तता हो सकती है। कैल्शियम की अधिकता के कारण विटामिन डी की अधिकता किडनी के लिए हानिकारक होती है। मनमाने ढंग से लिया गया कोई भी सप्लीमेंट नुकसान ही करेगा। डाइटीशियन या डॉक्टर की सलाह के बाद ही सप्लीमेंट लेना चाहिए। उदाहरण के लिए भूख न लगना और अच्छे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का कारण बन सकता है। बहुत अधिक मैग्नीशियम दस्त या अनियमित दिल की धड़कन का कारण बन सकता है। ज्यादा आयरन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। ताजे फल और सब्जियों के साथ एक संतुलित आहार दैनिक पोषण संबंधी आवश्यकताओं को आसानी से पूरा कर सकता है।
जानिए इसके फायदे और नुकसान
ऐसे सप्लीमेंट्स का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना सबसे अच्छा होता है। पोषक तत्वों की खुराक गुर्दे, आंखों, मस्तिष्क और त्वचा जैसे आवश्यक अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। विटामिन सी के अधिक सेवन से एसिडिटी और गैस्ट्राइटिस हो सकता है। जिंक, सेलेनियम और मैग्नीशियम के अधिक सेवन से भी किडनी पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा अधिक मात्रा में कैल्शियम लेने से किडनी में स्टोन बन सकता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि विटामिन की दवाएं आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होने के बजाय नुकसानदायक भी हो सकती हैं।
विटामिन की खुराक लेने का सही तरीका
विटामिन डी की खुराक को एक व्यक्ति की कमी और आवश्यकताओं के आधार पर देखा जाता है और डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही सटीक खुराक और उपचार शुरू किया जाना चाहिए। आयरन सप्लीमेंट की आवश्यकता तभी होती है जब किसी व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी हो या गर्भावस्था के दौरान आयरन को खाली पेट लिया जाना चाहिए लेकिन खाली पेट बर्दाश्त नहीं होने पर भोजन के साथ लिया जा सकता है।