अपराध से लेकर बेवफाई तक कैसे सब कुछ सुलझा रही—मोदी के दिमाग की उपज नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी

अहमदाबाद: हाल के दिनों में सबसे भयावह अपराधों में से एक — जहां, 1 जनवरी 2023 की तड़के दोपहिया वाहन पर काम से घर लौट रहे 21-वर्षीय एक युवक को कार ने टक्कर मार दी और 13 किमी तक घसीटा. ये घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.

चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया है, लेकिन दिल्ली पुलिस को मामला दर्ज करने के लिए फोरेंसिक साइंस की ज़रूरत पड़ी. इस कोशिश में उनकी मदद करने के लिए गांधीनगर में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) की एक टीम थी, जो भारत में फोरेंसिक साइंस को बढ़ावा देने और अपराध-समाधान को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का केंद्र बिंदु है.

टीम ने दिल्ली पुलिस को क्राइम सीन का रिक्रिएशन करने में मदद की और घटनाक्रम को फिर से बनाने में तकनीकी सहायता प्रदान की — कैसे पीड़िता अंजलि सिंह, वाहन के नीचे आई और कैसे वे इस तरह फंस गई कि उन्हें 13 किमी तक घसीटा गया.

एनएफएसयू परिसर के निदेशक एस.ओ. जुनारे ने कहा, “हमने क्राइम सीन के प्रदर्शन के जरिए पुलिस को सूचित किया और उनकी सहायता की और उन्हें कार में उन जगहों के बारे में भी सचेत किया, जहां से सैंपल इकट्ठा करने की ज़रूरत थी, जहां उसके शरीर को छुआ गया था.”

एनएफएसयू के विशेषज्ञों ने कई हाई-प्रोफाइल मामलों में कानून प्रवर्तन में मदद की है, उदाहरण के लिए 2021 गणतंत्र दिवस की हिंसा और धनबाद मामला जहां एक न्यायाधीश की सुबह की सैर के दौरान तेज़ रफ्तार वाहन ने हत्या कर दी थी.

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